Your shopping cart is empty!
के. पी. एक्सक्लुसिव- कृष्णामूर्ति पद्धति का ही उन्नत संस्करण है। इसमें उपनक्षत्रों व भावों के समायोजन से फलादेश की विधि बताई है। इस किताब में कृष्णामूर्ति पद्धति के अचूक विषयों को प्रदर्शित क..
ज्योतिष व वास्तु का मेल ही एस्ट्रो-वास्तु है। एस्ट्रो-वास्तु पर काम करते समय जन्म कुंड़ली व प्रश्न कुंड़ली के साथ-साथ वास्तु नक़्शे का होना आवश्यक है। एस्ट्रो-वास्तु दोनों अपने आपमे पूर्ण विषय है। जातक क..
ज्योतिष शास्त्र का विकास मानव जीवन के विकास के साथ हुआ, मनुष्य का स्वभाव जिज्ञासाओं से भरा हुआ है। वह सृष्टि की प्रत्येक घटना को अपने जीवन का तादात्मय संबंध बना कर देखता है। मानव की उपर्युक्त जिज्ञासा..
फिरोजा आसमानी रंग का होता है| इस माला के उपयोग से प्रेम संबंधो में मधुरता व विवाह के योग शीघ्र बनते है| पति-पत्नी में परस्पर आकर्षण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है| इस माला को शुभ महूर्त में शुक्रवार को भ..
श्री कृष्णामूर्ति पद्धति जी ने वैदिक और पाष्चात्य् ज्योतिष का गहन अध्धयन करके उसमे अपने कुछ नवीन शोध किए और प्राप्त निष्कर्ष को ’कृष्णामूर्ति पद्धति‘ का नाम दिया। वैदिक ज्योतिष में 27 नक्षत्र होते है।..
हमारे प्राचीन शास्त्रों व परंपराओं में चली आ रही लोक श्रुतियां इस बात का प्रमाण है कि रत्न एक प्राचीन विज्ञान है। आधुनिक समय में रत्नों को सौंदर्य, ग्रहों की शक्ति व मनुष्य के मन पर गहरी छाप छोड़ते देख..
यह रुद्राक्ष भगवान शंकर का स्वरुप है| इस रुद्राक्ष को धारण करने से भुक्ति व् मुक्ति दोनों की प्राप्ति होती है| भगवान शिव कल्याण करने वाले देवता हैं इसलिए उनकी आँख से प्रथम आंसू गिरते ही एक मुखी रुद्रा..
भगवान विष्णु की प्रिय परम पतिव्रता तुलसी की कथा समाज के विभिन्न वर्गो को ज्ञात है सर्वप्रथम तुलसी का पौधा वृन्दावन क्षेत्र में विकसित हुआ| आज भी तुलसी की असली मालाये इसी क्षेत्र से उत्पन्न तुलसी के वृ..
कुंड़ली में ग्रहों के शुभ-अषुभ प्रभाव व्यक्ति के जीवन में गहरा असर दिखाते है। कुंड़ली की अनुकूलता और प्रतिकूलता व्यक्ति के जीवन के साथ ही बनती है। ज्योतिष में कुंडली के अषुभ प्रभावों को कम करने के लिए श..
पांच धातु संयोजन, पांच तत्वों के संयोजन से हमारे देवता के 3 प्लेट देवता बने। देवता बेस प्लेट एम एस की एक प्लेट में अंतरिक्ष तत्व, अग्नि के लिए तांबा, पृथ्वी के लिए पीतल, पानी के लिए एल्यूमीनियम, वा..