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ज्योतिष अनुसार क्या मैं विदेश जा सकता हूं?
18 September, 2023
ज्योतिष अनुसार क्या मैं विदेश जा सकता हूं?
अपनी जन्म कुंडली में विदेश यात्रा के योग को कैसे देखें
- ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य लग्न की स्थिति में हो तो विदेश यात्रा करने के योग बनते हैं|
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध आठवें भाव में हो या शनि बारहवें भाव में बैठा हो, तब भी जातक के विदेश यात्रा करने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं|
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में लग्नेश बारहवें भाव में स्थित है, तो विदेश यात्रा के योग बनते हैं|
- यदि किसी जन्म कुंडली में दशमेश और नवमांश दोनों ही चर राशियों में स्थित हो तो भी जातक विदेश यात्रा कर सकता है|
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा 11वें या बारहवें भाव में हो तो भी जातक के विदेश यात्रा करने के योग बनते हैं|
- शुक्र ग्रह जन्म कुंडली के छठे, सातवें या आठवें भाव में स्थित हो तो भी विदेश यात्रा कर सकते हैं|
- यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु पहले, सातवें या आठवें भाव में हो तो भी उस व्यक्ति का विदेश यात्रा करने का योग बनता है|
- कुंडली के छठे भाव का स्वामी कुंडली के बारहवें भाव में स्थित हो तो भी विदेश यात्रा के योग बनते हैं|
कारक ग्रह
विदेश यात्रा के लिए चंद्रमा को मुख्य रूप से कारक माना जाता है।
कब बनता है कुंडली में विदेश जाने का योग?
अगर शुक्र ग्रह जन्म कुंडली के छठे, सातवें या आठवें भाव में स्थित हो तो भी विदेश यात्रा कर सकते हैं| इसी तरह से, किसी की कुंडली में चंद्रमा 11वें या बारहवें भाव में हो तो भी जातक के विदेश यात्रा करने के योग बनते हैं| कुंडली के छठे भाव का स्वामी कुंडली के बारहवें भाव में स्थित हो तो भी विदेश यात्रा के योग बनते हैं|
ज्योतिष अनुसार क्या मैं विदेश जा सकता हूं?
किसी भी विदेश यात्रा का प्राथमिक ध्यान हमेशा 7वें, 9वें और 12वें भाव पर रहेगा। हालाँकि, हम राहु की स्थिति से इंकार नहीं कर सकते। राहु को एक विदेशी ग्रह के रूप में जाना जाता है। यदि योग में राहु की स्थिति उपयुक्त हो या शुभ ग्रह की दृष्टि राहु पर हो तो यह विदेश यात्रा के लिए अच्छा रहेगा।