शनि की उपासना

शनि की नकारात्मक ऊर्जा को शांत करना

  • “ॐ शं शनैश्चराय नम:” मंत्र का अधिक से अधिक जाप करे|
  • घर में पारद और स्फटिक शिवलिंग(अन्य नही) एक चौकी पर, शुद्ध बर्तन में स्थापित कर, विधानपूर्वक पूजा अर्चना कर, रुद्राक्ष की माला से महाम्रत्युन्जय मंत्र का जाप करना चाहिए|
  • सुन्दरकाण्ड का पाठ एवम हनुमान उपासना, संकटमोचन का पाठ करे|
  • हनुमान चालीसा. शनि चालीसा और शनैश्चर देव के मन्त्रो का जाप करे|
  • शनि जयंती पर,शनि मन्दिर जाकर, शनिदेव का अभिषेक कर दर्शन करे|

अन्य उपाय:-

  • शनिवार को सांय काल पीपल के पेड़ के नीचे मीठे तेल का दीपक जलाए|
  • घर के मुख्य द्वार पर, काले घोड़े की नाल, शनिवार के दिन लगावे|
  • काले तिल, ऊनी वस्त्र, कम्बल, चमड़े के जूते, तिल के तेल, उड़द, लोहा, काली गाय, भैंस, कस्तुरी, स्वर्ण आदि का दान करे|
  • शनिदेव के मन्दिर जाकर, उन्हें काले वस्त्रो से सुसज्जित कराकर यथाविद काले गुलाब जामुन का प्रसाद चढ़ाए|
  • घोड़े की नाल अथवा नाव की कील का छल्ला बनवाकर मध्यमा अंगुली में पहने|
  • अपने घर के मन्दिर में एक डिबिया में सवा तीन रत्ती का नीलम सोमवार को रख दे और हाथ में 12 रूपये लेकर प्रार्थना करे शनिदेव ये आपके नाम के है फिर शनिवार को इन रुपयों में से 10 रुपए के सप्तधान्य(स्तनाज) खरीद कर शेष 2 रुपए शीत झाड़ियो या चीटी के बिल पर बखेर दे और शनिवार से कष्ट निवारण की प्रार्थना करे|
  • कडवे तेल में परछाई देख कर, उसे अपने ऊपर से सात बार उसार कर दान करे, पहना हुआ वस्त्र भी दान दे दे, पैसा या आभूषण आदि नही|
  • शनि विग्रह के चरणों का दर्शन करे, मुख के दर्शन से बचे|
  • शनि व्रत: श्रावण मांस के शुक्ल पक्ष से, शनि व्रत आरम्भ करे, 33 व्रत करने चाहिए, तत्पश्चात उद्यापन करने, दान करे|
  • शनिवार को भोजपत्र पर अष्टगंध द्वारा अनार की कलम से शनि यंत्र लिख कर धारण करे|
  • गरीब लंगड़े आदमी को दान स्वरुप कुछ देवे|