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स्वास्तिक
आज के समय में 90% घरो में वास्तु दोष की समस्या है, वास्तु दोष के कारण घर में कई समस्या बनी रहती है, जैसे धन की कमी, कर्ज, बीमारियाँ, बच्चों के जीवन में सही गति न होना, परिवारिक कलह आदि।
आजकल के समय में जगह की कमी होने से वास्तु के सभी नियमों का पालन करना संभव नही होता पता, इस कारण हर घर में कोई न कोई वास्तु दोष बना रहता है।
स्वास्तिक पिरामिड का महत्त्व:
वास्तु दोष को ठीक करने के लिए कई रास्ते है, पर वह महंगे भी है, मार्किट में कई तरह केयंत्र-पिरामिड आते है, जो वास्तु दोष के लिए उपयोग किये जाते है, उन सभी में स्वस्तिक पिरामिड एक मात्र ऐसा पिरामिड है, जो घर में स्थापित करने से घर के सभी वास्तु दोष को शांत कर देता है, और साथ-साथ घर में धन लक्ष्मी का वास बनाएं रखता है।
स्वास्तिक पिरामिड घर में सभी तरह की नकारात्मक उर्जा को सकारात्मक उर्जा में परिवर्तन करता है, इस पिरामिड में स्वास्तिक भगवान श्री गणेश का स्वरूप है और पिरामिड का अर्थ=पिरा का अर्थ=अग्नि, मिड का अर्थ है=केंद्र अर्थार्त उर्जा का सही केंद्र।
यदि घर में उर्जा का सही केंद्र हो और देव गणों के अधिपति भगवान श्री गणपति की कृपा हो, तो घर स्वर्ग के सामान हो जाता है, वहाँ वास्तु दोष का होने का तो मतलब ही नही बनता।
स्वास्तिक पिरामिड के लाभ:
- स्वास्तिक पिरामिड अकेला मात्र ऐसा पिरामिड है, जो वास्तु दोष के ठीक करने के साथ-साथ घर में धन लक्ष्मी, समृधि प्रदान करता है।
- स्वास्तिक पिरामिड को घर की बैठक में उतर-पूर्व दिशा की तरफ या मंदिर में लगाने में सामने की तरफ लगाना चाहियें।
- स्वास्तिक पिरामिड को घर, दुकान या ऑफिस में रखने से स्वास्तिक पिरामिड से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा की वृद्धि होती है।
- फेंगशुई वास्तु अनुसार स्वास्तिक पिरामिड,वास्तु दोष निवारण के लिए अचूक महायंत्र है।
- स्वास्तिक पिरामिड को बेडरूम में लगाने से पति-पत्नी के रिश्तों में सुधार आता है।
- यदि स्वास्तिक पिरामिड को रोगी के कमरे में या बेड के निचे रखें, तो रोगी अपने रोग से शीघ्र ही मुक्त होने लगेगा।
- व्यापार में लाभ के लिए स्वास्तिक पिरामिड को दुकान या ऑफिस के मुख्य गेट का सामने लगाना चाहियें, यदि गेट 2-3 हो, तो मुख्य गेट के सामने लगायें।
- पिरामिड स्वास्तिक को तिजौरी, गल्ले में भी रखा जा सकता है, क्यूंकि स्वास्तिक पिरामिड गणेशजी का चिह्न है, जिनको रिद्धी-सिद्धी के दाता कहा गया है।
- यदि बच्चों की पढाई अच्छी नही चल रही हो या बच्चों को याद नही रहता हो, तो स्वास्तिक पिरामिड को स्टडी रूम के मुख्य दरवाजे लगाना चाहियें।
- घर की नजर और तंत्र दोष को मुक्त करने के लिए घर की पूरब दिशा में स्वास्तिक पिरामिड लगाना सबसे अच्छा उपाय है।
स्वास्तिक पिरामिड कब और कैसे लगायें?
स्वास्तिक पिरामिड को सबसे पहले सेंधा नमक में या समुंद्री नमक के पानी में 1 घंटे धुप में रखें, फिर उसे कपड़े से साफ करे, उसके बाद स्वास्तिक पिरामिड को ढूब(घास), हल्दी, चावल, सुपारी से पूजन कर बुधवार को 11:30 से 12:30 के बीच लगायें।
Technical Specifications | |
Color | Brass Metal Finish |
Item Dimensions LxWxH | 10 x 10 x 0.5 Centimeters |
Item Weight | 50g |
Model No. | VA07IIAG02GI |
Primery Material | Panchdhatu Brass Metal |
Net Quantity | Pack of 5 |
Country of Origin | India |