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अष्ट मुखी
अष्ट मुखी रुद्राक्ष को विनायक का रूप माना गया है| इससे धारक की विघ्न बाधाए दूर होती है| आठों दिशाओं में विजय प्राप्त होती है व कोर्ट कचहरी के मामलो में सफलता मिलती है| आठ मुखी रुद्राक्ष ज्ञान, विद्या को प्रदान करने वाला होता है| इसे धारण करने से व्यक्ति में इन्द्रीयों को नियंत्रित करने की शक्ति प्राप्त होती है तथा भूत,प्रेत जैसी बाधाओं का भय समाप्त होता है| आठ मुखी को धारण करने से द्वेष, ईर्ष्या जैसे भाव दूर होते हैं| मन में आस्था तथा सात्विक विचारों का प्रवाह होता है| इसे पहनने से मन एकाग्र रहता है भटकाव से मुक्ति मिलती है|
लाभ:-
- इस रुद्राक्ष की माला पर जप करने से गणेश की सिद्धि शीघ्र ही प्राप्त होती है तथा आठों दिशाओ में विजय पताका लहराता है|
- इस रुद्राक्ष के धारण करने से कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता मिलती है साथ ही, दुर्घटनाओ एवम प्रबल शत्रुओ से रक्षा होती है तथा भूत, प्रेत, जिन्न, पिसाच,आदि बाधाओ से रक्षा होती है|
- यह रुद्राक्ष धारण करने से दुष्ट स्त्री से किए गए सहवास का पाप नष्ट होता है|
- अष्ट मुखी रुद्राक्ष मुक्ति प्राप्त करने तथा कुंडलिनी जागरण में सहायक होता है|
- आठ मुखी रुद्राक्ष को भैरव नाथ का रूप भी कहा जाता है|
- असाध्य रोगों से मुक्ति तथा मान सम्मान में वृद्धि करता है|
- राहु के बुरे प्रभावों से मुक्ति हेतु इसे धारण कर सकते हैं|
मंत्र:- ॐ ह्रूं नम:| ॐ श्री महागणाधिपत्ये नम:|
पहचान कैसे करे:-
- रुद्राक्ष की पहचान के लिए रुद्राक्ष को कुछ घंटे के लिए पानी में उबालें यदि रुद्राक्ष का रंग न निकले या उस पर किसी प्रकार का कोई असर न हो, तो वह असली होगा.
- रुद्राक्ष को काटने पर यदि उसके भीतर उतने ही घेर दिखाई दें जितने की बाहर हैं तो यह असली रुद्राक्ष होगा. यह परीक्षण सही माना जाता है,किंतु इसका नकारात्मक पहलू यह है कि रुद्राक्ष नष्ट हो जाता है.
- रुद्राक्ष की पहचान के लिए उसे किसी नुकिली वस्तु द्वारा कुरेदें यदि उसमे से रेशा निकले तो समझें की रुद्राक्ष असली है.
- दो असली रुद्राक्षों की उपरी सतह यानि के पठार समान नहीं होती किंतु नकली रुद्राक्ष के पठार समान होते हैं.
- एक अन्य उपाय है कि रुद्राक्ष को पानी में डालें अगर यह डूब जाए, तो असली होगा. यदि नहीं डूबता तो नकली लेकिन यह जांच उपयोगी नहीं मानी जाती है क्योंकि रुद्राक्ष के डूबने या तैरने की क्षमता उसके घनत्व एवं कच्चे या पके होने पर निर्भर करती है और रुद्राक्ष मेटल या किसी अन्य भारी चीज से भी बना रुद्राक्ष भी पानी में डूब जाता है.
- एक अन्य उपयोग द्वारा रुद्राक्ष के मनके को तांबे के दो सिक्कों के बीच में रखा जाए, तो थोड़ा सा हिल जाता है|
- क्योंकि रुद्राक्ष में चुंबकत्व होता है जिस की वजह से ऐसा होता है|
- कहा जाता है कि दोनो अंगुठों के नाखूनों के बीच में रुद्राक्ष को रखें यदि वह घुमता है तो असली होगा अन्यथा नकली परंतु यह तरीका भी सही नही है|
- रुद्राक्ष को खरीदने से पहले कुछ मूलभूत बातों का अवश्य ध्यान रखें जैसे की रुद्राक्ष में किडा़ न लगा हो, टूटा-फूटा न हो, पूर्ण गोल न हो, जो रुद्राक्ष छिद्र करते हुए फट जाए इत्यादि रुद्राक्षों को धारण नहीं करना चाहिए |
Technical Specifications | |
Color | Brown |
Item Dimensions LxWxH | Standard |
Model No. | RU08IIAG00NA |
Primery Material | Rudraksh |
Country of Origin | India |