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By Mantra
- Vakratund Mahakay Suryakoti Samaprabha | Nirvighnam Kuru Me Dev Sarvakaryeshu Sarvada ||
- वक्रतुण्ड महाकाय सुर्यकोटि समप्रभ | निर्विघ्नं कुरु मे देवा सर्व कार्येशु सर्वदा ||
- Om Ekdantaya Vidmahe Vakratundaya Dheemahi Tanno Danti Prachodayat ||
- ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ती प्रचोदयात् ||
- Om Gang Ganpataye Namah ||
- ॐ गं गणपतये नमः ||
- Ya Devi Sarvabhooteshu Laxmirupen Sansthita | Namastasyai Namastasyai Namastasyai Namo Namah ||
- या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
- Om Shreeng Mahalaxmaye Namah ||
- ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः ।।
- Om Shree Shree Lalita Mahatripursundraye Shree Mahalaxmaye Namah ||
- ॐ श्री श्री ललिता महात्रिपुरसुन्दयैं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः ।।
- Om Shreeng Hreeng Shreeng Kamale Kamalalaye Praseed Praseed | Shreeng Hreeng Shreeng Om Mahalaxmye Namah ||
- ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद । श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः ।।
- Om Mahalaxmaye Cha Vidmahe Vishnupatnaye Cha Dheemahi Tanno Laxmih Prachodayat ||
- ॐ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात् ।।
- Om Tatpurushaye Vidmahe Mahadevaye Dhimahi Tanno Rudrah Prachodayat ||
- ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात ।।
- Om Bhur Bhuvah Swah Tatsaviturvarenyam Bhargo Devasya Dheemahi Dhiyo Yo Nah Prachodayaat ||
- ॐ भूर्भवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गोदेवस्य धीमहि धियो योनः प्रचोदयात् ।।
- Om Devaki Sut Govinda Vasudev Jagatpate | Dehi Mey Tanayam Krishna Twamaham Sharnam Gatah ||
- ॐ देवकीसूत गोविन्द वासुदेव जगत्पते । देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः ।।
- Patni Manoramam Dehi Manovrittanusarinim | Tarinim Durgasansarsagarasya Kulodbhawam ||
- पत्नी मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम् । तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम् ।।
- Katyayni Mahamaye Mahayoginya Dhishwari Nandgopasutam Devam Patim Me Kuru Te Namah ||
- कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि नन्द गोपसुतं देवं पतिं में कुरु ते नमः ।।
- Hey Gauri Shankrardhangi Yatha Twam Shankarpriya Tatha Maam Kuru Kalyani Kantkantam Sudurlabhaam ||
- हे गौरी शंकरार्धांगी यथा त्वं शंकरप्रिया तथा मां कुरु कल्याणी कान्तकान्तम् सुदुर्लभं ।।
- Om Haung Jung Sah Om ||
- ॐ हौं जूं सः ॐ ।।
- Om Trayambakam Yajamahe Sugandhim Pushtivardhanam Urvarukmiv Bandhananmrityormukshiya Mamritat ||
- ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्. उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात् ।।
- Roganasheshanpahansi Tushta Rushta Tu Kaman Saklanbhishtan Twamashritanam Na Vipannaranam Twamashrita Hyashrayatam Prayanti ||
- रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्ट तू कमान सकलनभीष्टान् त्वामाश्रितानां न विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति ||
- Vidyah Samstastav Devi Bhedah Striyah Samastah Sakla Jagtsu Twyaikya Puritmambayaitat Ka Te Stutih Stavyapara Paroktih ||
- विद्याः समस्तास्तव देवी भेदः स्त्रियः समस्ताः सक्ला जगत्सु त्वयैकया पुरितमम्बयैतत् का ते स्तुतिः स्तव्यपरा परोक्तिः ||
- Om Aing Mahasaraswatyai Namah ||
- ॐ एं महा सरस्वत्यै नमः ।।
- Om Aing Hreeng Shreeng Vagdevyai Namah ||
- ॐ एं ह्रीं श्रीं वाग्देव्यै नमः ।।
- Om Hleeng Bagalamukhi Sarvdushtanaam Vacham Mukham Padam Stambhay | Jeehvaam Keelay Buddhim Vinashay Hleeng Om Swaha ||
- ॐ ह्लीं बगलामुखी सर्व दुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय । जिहवाम् कीलय बुद्धिं विनाशाय ह्लीं ॐ स्वः ||
- Om Hreeng Batukay Aapadudharnay Kuru Kuru Batukay Hreeng Om Swaha ||
- ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ॐ स्वः ।।
- Om Bang Batuk Bhairvaaye Namah ||
- ॐ बं बटुक भैरवाय नमः ।।
- Om Namah Shivay ||
- ॐ नमः शिवाय ।।
- Om Hang Hanumataye Namah ||
- ॐ हं हनुमंतये नमः ।।
- Om Hang Hanumate Rudratamakaye Hum Phat Swaha ||
- ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् स्वः ।।
- Om Hreem Hreem Shreem Shreem Laxminarayanaaya Namah ||
- ॐ ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मीनारायणाय नमः ।।
- Om Namo Narayanaaya ||
- ॐ नमो नारायणाय ।।
- Om Namo Bhagwate Vasudevaya ||
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।।
- Om Kraung Namo Astu Sarpebhyo Kaalsarp Shanti Kuru Kuru Swaha ||
- ॐ क्रौं नमो अस्तु सर्पेभ्यो कालसर्प शांति कुरु कुरु स्वः ।।
- Om Namostu Sarpebhyo Ye Ke Cha Prithiveemanu Ye Antrikshe Ye Divi Tebhyah Sarpebhyo Namah ||
- ॐ नमोस्तु सर्पेभ्यो ये के च पृथिवीं मनु ये अन्तरिक्षे ये दिवि तेभ्यः सर्पेभ्यो नमः ।।
- Om Sarpebhyo Namah ||
- ॐ सर्पेभ्यो नमः ।।
- Sarvabadha Vinirmukto, Dhandhanyasutanvitah Manushyo Matprasaden Bhavishyati Na Sanshyah ||
- सवा॔बाधा-विनिर्मुक्तो, धनधान्यसुतान्वितः । मनुष्यो मत्प्रसादेन् भविष्यति न संशयः ।।
- Sarv Mangal Mangalye Shive Sarvarth Sadhike Sharanye Trayambke Gouri Narayani Namostute ||
- सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणी नमोस्तुते ||
- Srishtisthiti Vinashanam Shaktibhute Sanatani Gunaashraye Gunamaye Narayani Namostute ||
- सृष्टिस्थिति विनाशनम शक्तिभूते सनातनि गुणाश्रये गुणमये नारायणि नमोस्तुते ।।
- Mahamaya Hareshchaisha Tatha Sammohyate Jagat Gyaninamapi Chetansi Devi Bhagwati Hi Sa ||
- महामाया हरेश्चैषा तथा सम्मोह्यते जगत ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती ही सा ||
- Om Namo Mahayakshnyai Mam Pati Me Vasham Kuru Kuru Swaha ||
- ॐ नमो महायक्ष्ण्यै मम पति में वशम कुरु कुरु स्वः ।।